कभी कभी हम बैठकर सोचते हैं कि जो हमने खोया है वो बहुत ज्यादा है , और जो हमने पाया है वो इतना कम है कि उसके होने का एहसास नहीं होता । इसी सोच में हम अपनी जवानी गुज़ार देते हैं और बुढ़ापे में बैठकर फिर सोचेंगे कि हमने अपनी जवानी कितने फालतू काम में निकाल दी । हमें दूसरों से खुद को अलग नहीं करना बस दूसरों से अलग होना है । एक बार ये भी सोचो कि हम वो सब क्यूँ नहीं करते जो हम करना चाहते हैं ? आसमां में उड़ने से लेकर समंदर के नीचे बहना चाहते हैं ? गर्म रास्तों से प्यासे गुज़र कर चलो कहीं बर्फ में जाकर अपना घर बनाते हैं ? किसी जंगल में जाकर एक दिन शेर से मिल आते हैं ? या किसी झरने के नीचे से आँख मूँद कर गुज़र के दिखाते हैं ? या ऊँचें पहाड़ों पे जाकर अपने हौसलों के झंडे गाड़कर आते हैं ? आज ही से क्यूँ न हम ; हम बन जाते हैं ? ©कमबख्त_कलम #2020 #संभव #Sambhav #Love #life #Live #Feeling #give #WinterFog