वक़्त के साथ हम न चले तो , वक़्त हमारे साथ नहीं चलता। उसके कदम से कदम मिला कर ना चले सके जो, वह हमे छोड़ आगे चल पड़ता है, वक़्त रेत है,समय पर ना समेटा जाए तो हाथो से फिसल पड़ता है। #waqt#ret#samay