निखरती है मुसीबत से ही शख्सियत । वह झरना हि क्या जो चट्टानो से न टकराए।। वह बाज हि क्या जो तूफानो सै न टकराए । वह मछुआरा हि क्या जो समंदर से न टकराए ।। ✍ mere alfaaz ... prashant Patidar.... #Nojoto #gentlemen