ज़रा महफिल सजाओ। ज़रा जाम छलकाओ। कि आज फिर एक सजनी का साजन छुटा है। ज़रा शहनाईयाँ बजाओ। ज़रा ठुमके लगाओ। कि आज फिर एक शायरा ने दिल बोझिल होकर कागज़ पर अश्कों का बाज़ार लगाया है। #Pain #Nojotolove #Nojotohindi #read_feel_like_comment_share