अब कभी जुदाई नहीं सहेंगे आज मिलन की रात है। सदियों से बिछड़े दिल मिले हैं अब मुलाकात की रात है। शायरः-शैलेन्द्र सिंह यादव #NojotoQuote शैलेन्द्र सिंह यादव की शायरी आज मिलन की रात है।