#sahid #diwas बेरंग दाहलिज को रोशनी देकर गये ! हम माँ के आन पे आचल ले सो गये ! तारे हम उस आसमा के सूबह आते ही खो गये ! #sahid #diwas बेरंग #दाहलिज को #रोशनी देकर गये ! हम #माँ के आन पे #आचल ले सो गये ! तारे हम उस #आसमा के #सूबह आते ही खो गये !