यूँ तो बुराई मैं लाख कर दूँ जमाने में तेरी, पर तुझ में कोई ऐब नज़र ही नहीं आता। लिखा था कभी मैनें किसी के लिये, आज फिर याद आई उनकी, तो रहा नहीं गया। अंजान 'इकराश़' #नज़र_ही_नहीं_आता #YqBaba #YqDidi #IkraashNaama #ऐब #MAC