उलझन नही ये रातो की, सुलझन नही ये बातो की। तुमको पाके खोया है , दिल सारे मौसमो में रोया है । जरूरत नहीं मुलाकातों की, लकीरे नहीं तुम हाथों की। हो जैसे नाम इश्क़ तुम, मैं तेरा पैग़ाम इश्क़ तुम। अनकहे से है अल्फ़ाज़ ये, ज़ाहिर है तेरे मेरे राज़ ये। तुम आ के चुम लो तो ख़त्म हो दास्ताँ, मैं आ के छू जो लूँ तुम्हें ख़्वाबों की फ़ाख़्ता। #part1 फ़ाख्ता = चिडियाँ (ચકલી) #यादें ... #बस_तुम्हारी #इश्क़ #जिंदगी My Collaboration with my best and good friend THE PARTH AMADEO 07 , ... Next part coming soon ....👍😊 YourQuote Baba YourQuote Didi YourQuote Bhaijan