सुरासम्पूर्ण कलशं रुधिराप्लुतमेव च। दधाना हस्त पद्माभ्यां कूष्माण्डा शुभदास्तु मे॥ माता कुष्मांडा हम सब को धन धान्य से परिपूर्ण करे।🙏