***चाटुकार *** चाटुकारिता, अद्भुत प्रतिभा का नाम , चाटुकार के गुणों का करता हूँ बखान। सुबह-शाम,दिन-रात,जबरन ठोके सलाम, हर मौके, त्यौहार पर सबसे पहले गुलदस्ते का रखे ध्यान, साहब के अलावा मैडम व बच्चों का भी करे काम, साहब के सुख- दुःख का हरदम रखे ज्ञान, साहब के मान -सम्मान में भूले अपना स्वाभिमान, साहब का आदेश सर्वोपरि रखे, सोचे मत कैसा है काम? साहब की झूठी प्रशंसा, औरों की चुगली में हो महान, ना करना ना हो आदत,भले ना हो सके कोई काम, कोई कितनी भी कर ले ईमानदारी, पर सफल होंगे सिर्फ उसी का काम, उपर लिखी योग्यता ही , चाटुकार की पहचान। जिसमे होगी ऐसी प्रतिभा, वही है सफल इंसान।। ******कुमार नवीन (मनोज) **** #चाटुकारिता #