माँ और मासी जैसी प्यार जताती हैं हमारी हर तकलीफों में साथ खडी हो जाती है, राखी बांध कभी बडी बहन बन जाती हैं, कभी डाँट डपट माँ का किरदार निभाती हैं, साहब ये बुआये ही होती हैं जिनके आने से, घर में रौनक आ जाती है, जन्म दिन मुबारक बुआ जी, आपके चेहरे की मुस्कान बरकरार रहे ताउम्र खुदा से दुआ है इतनी ...#जलज माँ और मासी जैसी ही होती हैं, हमारी हर तकलीफों में साथ खडी होती है, राखी बांध कभी बडी बहन बन जाती हैं, कभी डाँट डपट माँ का किरदार निभाती हैं, साहब ये बुआये ही हैं जिनके आने से, घर में रौनक आ जाती है, ....... #जलज