निर्भयता से आशय है आ सकता के भाव का मन मस्तिक से दूर हो जाना माया मोह एवं तमाम बंधनों से युक्त इस संसार में रहकर अपने अंतर्मन में मिल पाता का भाव जगाना एक कठिन साधना जैसा है जो व्यक्ति प्रशांत एवं दुख दोनों ही परिस्थितियों में एक जैसा सुनने प्रतिक्रिया करता है वह सच्चा आत्मज्ञानी है निर्बलता का अर्थ है कि कदापि नहीं है कि हम अपनी जिम्मेदारी से दूर भाग कर संसार के प्रति आसक्ति प्रकट करें परमात्मा ने हमें इस दुनिया में कुछ निश्चित दायित्व का निर्वाह करने के लिए भेजा है और इन्हें दूर भगाकर हम कहीं ईश्वर का ही अपमान ©Ek villain #girl ईश्वर का अपमान ना करें