तुममें और उस चाँद में थोड़ा भी फर्क नहीं मेरे जान! इसलिए तुम बात नहीं करते तो हम चाँद से बात कर लेते हैं। वो भी दूर तुम भी दूर, वो भी भीड़ में और तुम भी उसे भी छू नहीं सकती, और तुम्हें भी चाँद भी रात को आता हैं और तेरी याद भी दिन में चाँद जलता हैं, साथ ही मेरा दिल भी इसलिए रातों को रूबरू हो जाते हैं तुम कर क्या रहे हो, कैसे हो तुम? उस चाँद से ही तुम्हारा हाल पूछ लेती हूँ वो चाँद मनमोहक हैं, और तुम भी उस जैसे ही हो तुममें और उस चाँद में थोड़ा भी फर्क नहीं ©rajnandini 🥰(sapna mahato)🥰 तुममें और उस चाँद में थोड़ा भी फर्क नहीं #rajnandini# sapna #Karwachauth