हमें मुश्कुराना पसन्द है और उन्हें मुहकुराते हुए हम उन्हें ये बता जरूर देना के हम इतना क्यों मुश्कुराते हैं दिल में कई राज हैं दबे हम तो बस उन्हें ही छिपाते हैं मेरे हाथों में मोहब्बत की लकीर खाली ही खाली है पहले तो बस नोट हुआ करते थे पर अब तो ये जमाना भी जाली है क्या गलत है खुद पर भी हक़ जताना क्या गलत है खुद पर भी हक़ जताना ? नहीं ना तो क्यों मीले हमे हक़ जताते हुए ग़म फिर भी हमें मुस्कुराना पसन्द है और शायद उन्हें मुस्कुराते हुए हम instagram - @official_raj_diaries #मुश्कान