आप जिसके लिए दिल में प्यार लिए फिरते हैं!! हाँ वही लोग साहब आपके *पीछे तीर* कमान लिए फिरते हैं कौन कहे जमाने से लड़ जाने को वो ही जमाने का साथ दिए फिरते हैं!! हम ही पागल हैं साहब जो हर एक के लिए अपनेपन का स्वभाव लिए फिरते हैं,,!! बेवजह नहीं उलझना कभी ऐसे रिश्तो में जो आपसे तो अच्छे पर आपके पिछे आपके लिए ही तीखी जुबान लिए फिरते हैं..! #मतलब उतना कोई शह पाए आपको जितना##