उन बिते हुए लम्हों की याद् क्यों सताती हैं। अक्सर ये दील क्यों उन लम्हो को याद कर आशक बहाता है। आखि़र, क्यों ये दील उसे चाह कर भी नहीं भुला पाया है। क्यों ये जिंदगी फिर उस मोड़ पे आ खड़ी है। आख़िर क्यों ये समय बीत जाने के बाद भी तेरी याद साथ लाई है। ©Broken Angel kucha बीते पलो की यादे। #samayebeetjanekbaad