मुझ पर खून सवार है मै जान से मार देना चहता हू तेरी यादों को मै गूंगा कर देना चाहता हु तेरी बातो को मै अकेला कर देना चाहता हू, तुझसे जुड़े जजबातो को मै तन्हा कर देना चाहता हु तेरी रातो को मुझ पर खून सवार है।। मै तड़पाना चाहता हु तेरी खुशमिजाजी को मै काटना चाहता हूं, किसी और संग होते दिल राज़ी को मुझे हराना है कैसे भी, इस हारते हुए बाजी को अब कहा फ़र्क कुछ भी ,इश्क़ के इस नाज़ी को मुझ पर खून सवार है।।। khun