एक बूंद जिंदगी एक बूंद उम्मीद एक बूंद एहसास
कुछ इकरार कुछ बेक़रारी
कुछ-कुछ में ही बहुत कुछ सिमट जाता है,,,,,
प्रेम की बूंदे भिगो गई कुछ इस तरह मुझे
हृदय में बहते जज्बातों को ठंडक सी दे गई,,,,,
बेसब्र थी निगाहें ,,,बेचैन सी हो रही थी यहां वहां #इश्क़_सूफियाना