रास्ता "माँ-बाप" नें हमें सदैव 'कामयाबी' का "रास्ता" दिखाया। उस पर चलनें के लिए प्रेरित किया। अब जिम्मेदारी मेरी है। मैं उनकें 'मार्गदर्शन' में। उन्हीं के बताये 'रास्ते' में चलते हुए। 'शोहरत' की 'बुलन्दियों' को पाना चाहता हूँ। ' ख्वाबों' में देखी हुई अपनीं "मंजिल" तक। 'हकीकत' में पहुंचना चाहता हूँ।। अपनें 'लक्ष्य' को हर हाल में पाना चाहता हूँ।। और पाऊँगा भी....ऐसा खुद से वादा करता हूँ।। ✍️"Viswa Sachan"✍️ रास्ता कामयाबी का।