किस कदर मां बाप ने हमारे इस छोटे से शरीर को तराशा है उनके बोड़पे का सहारा बन सके उन्हें हम से बस यही एक आशा है भुला ना देना उनकी कई अनगिनत कुर्बानियों को जो उन्होंने तुम्हारे लिए किए हैं नए कपड़े दिलाई तुम्हें खुद के कपड़े सूई धागे से सिए हैं by remosharma1056@gmail.com #life #ecperience#shayries