चेहरों से चेहरे हटे उन चेहरों को देख कर चेहरा मुरझा गया है, संदूकों में कैद हुए खिलौने,अब दिलों से खेलना पसंद करते है लोग .... देखो ना कैसा वक्त आ गया है|| ©' मुसाफ़िर ' #mask