यूँही नहीं करता है ऐसे ज़िक्र कोई, यूँही नहीं करता है ऐसे फ़िक्र कोई, हाँ उसे बेशक मुहब्बत है मुझसे, फिर क्यूँ नहीं मिटाता ये हिज्र कोई।। #second_quote #morning_feeling