वो जो तुमने भेजी थी, महकते गुलाबी लिफाफे में बंद, वो चिट्ठियाॅ कहीं खो गई। अनमोल एहसासों से तर, खुशबू होती थी तेरे हाथों की, तेरी लिखावट से तेरी बेचैनियों का, सबब होती थी वो चिट्ठियाॅ । अब वो चिट्ठियाॅ तो खो गई, और तुम्हारे ई मेल मै पढ़ती नही, क्यू कि उन चिट्ठियों के संग, लिफाफे मे बंद वो एहसास भी कहीं खो गए ।। जो तुम्हें भेजनी थीं वो चिट्ठियाँ खो गईं। #चिट्ठियाँ #collab #yqdidi .... नए, सुंदर #cinemagraph को पाने के लिए योरकोट प्रीमियम में अपग्रेड करें। #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi