जर्रा-जर्रा बिखरा हुआ.... तिरंगे में लिपटा उनका बदन.... थी सबकी आँखे नम.... 14February Black Day को आखिर क्यों भूले हम.... पुलवामा अटैक आज भी याद है और हमेशा रहेगा.... कैसे कराह उठी थी धरती माँ..... 40 बेटों (शहीदो) की शहादत का दिन आखिर क्यों भूले हम.... वतन पर मर मिटने वाले सब वीरो की अपनी मिट्टी से बेइंतहा मोहब्बत आबाद है.... Velaintine'S Day मनाने वालों, चंद लम्हों की फुरसत उन शहीदो के लिए भी निकालो जिनकी वजह से हमारा कल और आज है.... वो रखवाले है इस मिट्टी के, प्राण है.... और कुछ ना सही कुछ फूल समर्पित कर दिया जलाकर सजदे में उनके सर अपना झुका देना, कुछ फ़र्ज़ अपना तुम भी तो आज निभा देना....🕯️🇮🇳💐 ©Moksha #14feb #BlackDay #poetry