हमें उनसे मुहोब्बत है ज़रूरत से ज्यादा ही उनको ये समझ आये न शायद कभी वो खुद में जो मशगूल है ज़रूरत से ज़्यादा ही। इंतेज़ार में हम उनके राह तकते रह जाते है उनको आहट भी न होती ज़रा सी भी । कैसे बताऊं क्यो चाहूँ मैं तुमको ! हां ख़ुमार है मुझपर तुम्हारा, ज़रूरत से ज्यादा ही। आओ तुम कभी पास मेरे, बाहों में भर लुंगी मैं तुम्हें फिर न कभी जुदा होने दूंगी .. इश्क़ में अपने यकीन है मुझको उस रब से ज्यादा ही। ©Puja Kumari✍️ #height #इश्क़ #इंतेज़ार #अनकहा #एकतरफ़ा #Nojoto