एक स्त्री जब किसी पुरूष के प्रेम में पड़ती है, तो उसमें वो उस पुरूष के पौरूष को नही देखती है उसके रूतवे और पैसे पर नहीं मरती है, देखती है तो सिर्फ एक मित्रवत इंसान को, उसके सीने में छुपे कोमल हृदय को, उसके कांधे के सहारे में ढूँढती है कुछ पल सुकुन और राहत के, उसके आँखों में खोजती है स्वयं के लिए आदर और स्नेह को, सच मानो, ऐसी स्त्री का निश्छल और सादा प्रेम, कलश में भरे गंगाजल सा पवित्र और निर्मल होता है..! ©Matangi Upadhyay( चिंका ) एक स्त्री का प्रेम ☺️🤔❤️ #matangiupadhyay #Nojoto #Hindi #Life #Love