दिन काटना मुश्किल था, रातैं कैसे गुजारी मैंने, अब तक जो ढो रही थी यादें सारी, वो बोझ कैसे उतारे मैंने, बीच छोड़ दी थी जो इश्क की नाव तुमने, उसे कैसे किया किनारे मैंने, निभाया है इश्क बेशुमार तुमसे, मगर बगैर तुम्हारे मैंने। दिन काटना मुश्किल था... #rashmisharma #rashmiwrite #nojoto