रिमझिम बारिश सावन आने का पैगाम सुनाती है, छोटी बहना भइया को राखी की याद दिलाती है। पहरेदार हूं भारत माँ का तू जानती है प्यारी बहना, गर आ न सकूँ राखी पे कर देना माफ़ मेरी बहना।। ©आलोक अग्रहरि #रक्षाबंधन