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सो जाओ अब रात हो चुकी है यादों में देखो न बरसात हो

सो जाओ अब
रात हो चुकी है
यादों में देखो न
बरसात हो चुकी है
सो जाओ......
हम भी भीगे तुम भी भीगे
फिर भी प्यासे रह गए
कैसा मिलन का संगम है
बिन मिले आस में बह गए
ढल चुका है "सूर्य " उम्मीदें
खाक हो चुकी है
सो जाओ.......

©R K Mishra " सूर्य "
  #सो जाओ