बया पंछी और मनुष्य पूरी रचना अनुशीर्षक में ... देख रही कई दिनों से खिड़की के बाहर एक बया को घोंसला बनाते एक - एक तिनका जोड़ कर खूबसूरत आशियाना सजाते बनाकर नीड़ अपना बया बुलाता अपनी साथी को आकर मादा बया देखती बड़े ध्यान से