एक तरफ़ा प्यार हम अपनी हीं धुन में दिलजलें बन बैठे भूल गए वो हमारे हो नहीं सकतें और हम उनको हमसफर बना चल पडे़ उनके बिना तो अब जीं भी नहीं सकतें हम उनकी रुह को महसूस करतें है हमें जि़स्म की चाह नहीं है वो गलत राह जानें नहीं देते बेशक उनसें हमारा रिश्ता रहा नही है एक तरफा़ प्यार कहें ये दुनिया मै कहुँ आत्मा का मंथन है रुह जुडी़ हो जब रुह से तो इससें बडा़ कोई बंधन नहीं है । एक तरफा़ प्यार