ये ज़मीं किस क़दर सजाई गई,। जिंदगी की तड़प बढ़ाई गई। आइने से बिगड़ के बैठ गए, जिनकी सूरत जिन्हे दिखाई गई।। - साहिर साहब🙏❣️ ©Afreen nisha angryness