सोच के दिल लगाए जनाब, दिल से खेलेगे, जज्बातों का मज़ाक , भी बनेगा, दिल्लगी करके छोड़ देंगें, ये दिखावे की दुनिया है साहिब, यहां, सच्चे प्यार की उम्मीद करना,!... काल्पनिक है 🎀 Challenge-350 #collabwithकोराकाग़ज़ 🎀 यह व्यक्तिगत रचना वाला विषय है। 🎀 कृपया अपनी रचना का Font छोटा रखिए ऐसा करने से वालपेपर खराब नहीं लगता और रचना भी अच्छी दिखती है। 🎀 विषय वाले शब्द आपकी रचना में होना अनिवार्य नहीं है। 4 पंक्तियों अथवा 30 शब्दों में अपनी रचना लिखिए।