क्यों रूठे हो kmliye अपने आप से इतना सोचना भी अच्छी बात नहीं दिल की भी सुन लों थोड़ा दर्द खुद को देना अच्छी बात नहीं माना कि तुझे बहुत कुछ करना है कोई हो या ना हो मनु रहना तेरे साथ ही B+2+5+