यूँ भी पुलिसकर्मियों की संख्या सीमित । निर्धारित पदों पर नियुक्तियां भी प्रलंबित ।। बढ़ते अपराधों से काम का बढ़ता बोझ । राजनैतिक दखलअंदाजी भी रोज़ रोज़ ।। ऐसे में पुलिस का दिमाग़ तनाव से भरा रहता । सबको 8 घंटे, पुलिस को 12 घंटे काम करना पड़ता ।। 'कंगाली में आटा गीला' मुहावरा चरितार्थ हो जाता । जब अपराधी (नेता) की सुरक्षा में पुलिस को लगाया जाता ।। नेता सुरक्षा में लगने से अधर में रहे जन सुरक्षा । नेताओं ने इन वर्षों में जनहित को दिन रात भक्षा ।। कलम सुझा रही इसका सीधा समाधान । नेताओं की सुरक्षा पे नहीं दिया जाये ध्यान ।। जिस नेता को हो कभी किसी से कोई खतरा । वो चाक चौबंद सुरक्षित तारांकित आवास में रह सकता ।। पूरी दुनिया घर से काम के आयाम अपना चुकी है । नेता सुरक्षित आवास में रह करे सब जो उसकी ड्यूटी है ।। पुलिस पीछे-पीछे रखने की ज़रूरत नहीं । पुलिस के तनाव में भी इससे कमी आयेगी ही ।। #aaveshvaani #janmannkibaat #police #police_duty