चमन मे जिस तरह, र॔गो-बू होती है। फूलों मे जिस तरह, ख़ुशबू होती है। तुम इसी तरह, मेरी ज़िन्दग़ी मे शामिल हो, जिस तरह कि, जिस्म में रूह होती है। दिल मे तुम, बन के धड़कन , रहते हो, न जाने फिर क्यूँ, दीदारे-आरज़ू, होती है। शबे-हिज़राँ, क़यामत बन के आती है, हम करवटें बदलते हैं , जब दुनियाँ सोती है। ज़िक़्र तेरा ग़ैरों के मुँह से सुन कर,"फिराक़", वफाए-उल्फत, ख़ून के आँसू रोती है। नमस्कार लेखकों! 🌺 आज का WOTD (Word Of The Day)— रूह or soul. 🌻दिए गए शब्द का अपने लेखन में प्रयोग किजिये। 🌻अपने लेखन को आप अपनी मर्ज़ी मुताबिक हिंदी या English में अभिव्यक्त कर सकते है। (Both Hindi and English are allowed.)