तेरी बाते तेरी यादें सुबह शाम लिखता हूँ दिल के जज्बातो को हर शाम लिखता हूं कही गजल न बन जाये ये अल्फ़ाज़ इन्ही ग़ज़लों को सरेआम लिखता हूं।। वो सारी हकिगत तेरे नाम लिखता हूँ जो बाते अधूरी थी वो आज लिखता हूं उन सुनी राहो की हर एक मंज़िल आज फिर से तेरे नाम लिखता हूँ।। इन सारे फासलों को नज़दीकियां लिखता हूँ तेरी हर एक नादानियाँ लिखता हूँ तुजसे मेरी बेइंतेहा महोब्बत को साखी आज फिर तेरे नाम लिखता हूं।। बेइंतेहा महोब्बत तेरे नाम लिखता हूँ ।।।। #love #poetry #megicalmoment #lovelypoem #lovepoem #unforgettablemoment #love4ever