मुलाकातों के बहाने बन जाती है, बातें शुरू करने एक बहाना बन जाती है, अक्सर पहली मुलाक़ात पर प्रभाव डालने के लिए चाय की जगह ये जगह बनाती है, अपनी खुशबू से ही चेहरों पर मुस्कराहट ले आती है, "तुम काॅफी पीने चलोगी मेरे साथ " इन बातों से कई रिश्तों में रंग घोल जाते हैं, इसकी बनी चाॅकलेट से कई चेहरे खिलखिला जाते हैं, ये नयी कहानियों की नींव बनी है, ऑफिस में काम करने वालो का सहारा बनीं हैं, तो कभी रातों के लम्बे किस्सो का सहारा बनी है❤ मेरे अल्फाज़ (मेधा भारद्वाज) ©Medha Bharadwaj #nojotihindi #nojotowriters #nojotowritersclub #nojoto2020 #InternationalCoffeeDay