मोमबत्ती खुद पिघलकर लुटाती है दूसरों के लिए रोशनी, आखिर तब जाकर कहीं इस जग का अंधकार मिटता है, किसी के बहकाए में आकर कभी मत लड़िए तुम लड़ाई, आपस में लड़ाई करवाकर दूसरों के लिए कौन पिटता है। आदित्य यादव उर्फ़ "कुमार आदित्य यदुवंशी" ©Aditya Yadav #मोमबत्ती