"दिवानो के शहर में मेरा नाम बहोत है । ज़िक्र तो तेरा भी होगा मुझ पर तेरा अहसान बहोत है। सिर्फ हम ही नहीं हुए इश्क में नाकाम यहां नाकाम बहोत हैं। हम ना खरीद सके आज के दौर का इश्क दाम बहोत है। क्यों सोचें हम तुम्हें हर शाम याद करने के लिए तो जिंदगी के शाम बहोत हैं। हर पल नहीं रहना अब तेरी यादों में खो कर इसके सिवा भी मुझे काम बहोत है। इश्क करो पर मत बनाओ इसे आखरी मुकाम हासिल करने को मुकाम बहोत है।।©" ©Milan Sinha #milansinhaQuotes #lovequotes #lovepoem #lifequotes #moveon #career #goals #stillife #trust #zindagikerang