कुछ पुरानी यादें अब हिफाज़त से रखी हैं मैंने अपने दिल में उन्हीं के सहारे जीना सीख ही लिया है आखिर मैंने जब बेचैन होते हैं मेरे दिल के ज़ज्बात पन्नों में शब्दों को रूप दे बयां कर देती हूं अपने हालात 🔴 "दोस्तों आप लोग कोल्लब (COLLAB) करने से पहले कैप्शन जरूर पढ़ लें" 🔴 " इस प्रतियोगिता का समय सीमा आज रात्रि 12:00 बजे तक ही मान्य होगा" 🔴 "दोस्तों आप लोग अपनी रचना, 4 या 6 पंक्तियों में ही