बीते लम्हों की सुनहरी यादों मे जिसकी खूश्बू से अब भी मेरा रोम रोम महक उठता है, हर चेहरे मे कही कही से तुम्हारा ही अक्स दिखता है, बरसती बूंदों मे तुम्हारा प्यार मेरी टीन की छत पर जलतरंग सा बजता है, उस सड़क के बीच तुम्हारी बोलती आंखो मे अब भी मेरा दिल धड़कता है तुम्हारी पसंद का रंग अब भी मेरी होठों की पंखुडियो पर सजता है। ♥️ Challenge-980 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।