चाहा था जिसे वह न मिल पाए, सांसे जिनके नाम वह न जान पाए। जिंदगी अब सिर्फ जीने के कगार पर है, जीना किसे कहते आज भी न समझ पाए।। ©BINOदिनी #मोहब्बत❤ #इज्जत #बेरूख़ी