#Hindi#Motivational#thots love #writing#Zindagi
*यूंही राह तू पाता चल नई मंजिल की चाह रख, *नई पहचान* तू बनाता चल..।
छू ले उन बुलंदियों को जिसे छुने को *आसमा भी तरसता* हों,
यूंही राह तू पाता चल
भूल ना जाना मंजिल की शिखर पर पहुंच... *अपने यारों की हस्ती को* ,
यूंही उन्हें भी राह दिखाता चल..।
अपने *किरदार को बखूबी* निभाया कर..।
यूंही तू *नई पहचान* बनाता चल..! #विचार