आज मेरा बचपन है, लेकिन स्कूल जाना बाकी है स्कूल शुरू हो गया लेकिन कॉलेज जाना बाकी है कॉलेज जॉइन हो गया लेकिन जॉब लगाना बाकी है जॉब तो लग गई लेकिन शादी करना बाकी है शादी भी हो गई लेकिन पत्नी, बहू, मां के रिश्ते निभाना बाकी है लेकिन और बाकी करते करते, उमर बीत गई अब आंखों पर बड़ा चश्मा और हाथ में लाठी है अफसोस की बात यह कि ज़िन्दगी नहीं बाकी है - Vaishnavi Dhangar #life #happyatpresent