चाहत है इस दिल में ये बतायें कैसे वो समझती नहीं मेरी खामोशी भरी बातों को पर.. समझाऊं कैसे उसको क्या पता उसके लिऐ न जाने हर पल गुजारते हैं ऐसे मुश्किल हैं पानी बिन मछली जैसे पर. दिल की बात बताऊं कैसे ¥¥naveen¥¥ दिल की बात