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{Bolo Ji Radhey Radhey} एक बार महाराज युधिष्टर ने

{Bolo Ji Radhey Radhey}
एक बार महाराज युधिष्टर ने भीष्मपितामह से पूछा तमाम शास्त्र वेद से तो हम थक गए, संछेप में बताइये की धर्म का स्वरूप क्या है, और सभी धर्म क्या है, तमाम धर्म व शास्त्र भृम में डालने वाले हैं, तुमको भृम मिटाना है, भगवान श्री कृष्ण में मन की सरनागति कर दो, धर्म का मतलब होता है, धारण करने के लिए होता है, केवल वासुदेव को धारण करो, सब धर्मो का एक सार है, उसको प्राप्त करना, जिसने भगवान श्री कृष्ण की भक्ति की फिर सब धर्मों को जानने की कोई आवश्यकता नहीं रहती, खुद भगवान ने कहा जब कोई भी जीव सब धर्मों को त्याग कर केवल मेरी सरनागति में आता है, में उसके अनंत जन्मो के पापों को माफ कर देता हूँ।। नारायण हरि........

©N S Yadav GoldMine
  #WinterSunset {Bolo Ji Radhey Radhey}
एक बार महाराज युधिष्टर ने भीष्मपितामह से पूछा तमाम शास्त्र वेद से तो हम थक गए, संछेप में बताइये की धर्म का स्वरूप क्या है, और सभी धर्म क्या है, तमाम धर्म व शास्त्र भृम में डालने वाले हैं, तुमको भृम मिटाना है, भगवान श्री कृष्ण में मन की सरनागति कर दो, धर्म का मतलब होता है, धारण करने के लिए होता है, केवल वासुदेव को धारण करो, सब धर्मो का एक सार है, उसको प्राप्त करना, जिसने भगवान श्री कृष्ण की भक्ति की फिर सब धर्मों को जानने की कोई आवश्यकता नहीं रहती, खुद भगवान ने कहा जब कोई भी जीव सब धर्मों को त्याग कर केवल मेरी सरनागति में आता है, में उसके अनंत जन्मो के पापों को माफ कर देता हूँ।। नारायण हरि........

#WinterSunset {Bolo Ji Radhey Radhey} एक बार महाराज युधिष्टर ने भीष्मपितामह से पूछा तमाम शास्त्र वेद से तो हम थक गए, संछेप में बताइये की धर्म का स्वरूप क्या है, और सभी धर्म क्या है, तमाम धर्म व शास्त्र भृम में डालने वाले हैं, तुमको भृम मिटाना है, भगवान श्री कृष्ण में मन की सरनागति कर दो, धर्म का मतलब होता है, धारण करने के लिए होता है, केवल वासुदेव को धारण करो, सब धर्मो का एक सार है, उसको प्राप्त करना, जिसने भगवान श्री कृष्ण की भक्ति की फिर सब धर्मों को जानने की कोई आवश्यकता नहीं रहती, खुद भगवान ने कहा जब कोई भी जीव सब धर्मों को त्याग कर केवल मेरी सरनागति में आता है, में उसके अनंत जन्मो के पापों को माफ कर देता हूँ।। नारायण हरि........ #जानकारी

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