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जब हवाएँ चलती है, तेरे होने का अहसास होता । रात के

जब हवाएँ चलती है, तेरे होने का अहसास होता ।
रात के अँधेरे में भी रोशनी के लिए चाँद होता।
दिल पत्थर का है इसीलिए एक जगह पर रुका हूँ।
परिंदा होता तो आज में भी कही उड़ रहा होता। #parinda  #hawaye #dil
जब हवाएँ चलती है, तेरे होने का अहसास होता ।
रात के अँधेरे में भी रोशनी के लिए चाँद होता।
दिल पत्थर का है इसीलिए एक जगह पर रुका हूँ।
परिंदा होता तो आज में भी कही उड़ रहा होता। #parinda  #hawaye #dil