कभी कोई और ख्वाहिश की ही नहीं, तुम पास थे, ये जहाँ था हमारा, ज़िन्दगी में कोई मुश्किल थी ही नहीं, होश तब अपना हमें, कहाँ हमारा, बस तुम्हें ही देखते थे, भरी महफ़िल में, हर लफ्ज़ मेरा, तुम्हें ही बयाँ करता था, मुझे तुम नज़र आते थे अपनी मंज़िल में, हर रास्ता तुम्हारी ओर इशारा करता था, बिछड़ने की बात हम आज भी नहीं करते, तुम्हें ख़ुद से दूर जाते देखे भी जमाना हुआ, नफ़रत हम तुम्हारे फैसले से भी नहीं करते, दिल तो तुम्हारे इंतजार का भी दीवाना हुआ, तुम्हें बेवफ़ा कहने से पहले, खुद को ही यूँ फना कर लेंगे, कि लोग मुझसे तुम्हें सुनकर भी, मुझे अनसुना कर देंगे। By:- © Saket Ranjan Shukla IG:- @my_pen_my_strength तुम्हें बेवफ़ा कहने से पहले…! #love #livequotes #lovelife #broken #canthateyou #brokenheart #deepthoughts #hindi #shayri #poetry