क्यों उलझ रही तेरी नज़र मेरे ज़िस्म पर आह...नापाक इश्क़ सोचे समझे बग़ैर जाने क्या क्या कह गए हाय....बेबाक़ इश्क़ उनकी आँखों में देखकर भूला ख़ुदा को भी ओए.... लाज़वाब इश्क़ देखा तुझे तो कर लिया सज़दा सरेआम वाह....आदाब इश्क़ रब तेरे दामन की तरह मेरा यार है पाक अरे....शफ्फाक इश्क़. ©malay_28 #सज़दा